पापा खो गए
पाठ का सार / प्रतिपाद्य -
प्रस्तुत पाठ 'पापा खो गए' के लेखक 'विजय तेंदुलकर' जी हैं। यह नाटक समाज की एक बड़ी समस्या पर आधारित है। नाटक में एक लड़की अपने घर से दूर हो जाती है। एक बच्चे चुराने वाला व्…
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पापा खो गए
पाठ का सार / प्रतिपाद्य -
प्रस्तुत पाठ 'पापा खो गए' के लेखक 'विजय तेंदुलकर' जी हैं। यह नाटक समाज की एक बड़ी समस्या पर आधारित है। नाटक में एक लड़की अपने घर से दूर हो जाती है। एक बच्चे चुराने वाला व्…
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