NCERT Solutions for Class 11 Humanities Hindi Chapter 11 सूरदास are provided here with simple step-by-step explanations. These solutions for सूरदास are extremely popular among Class 11 Humanities students for Hindi सूरदास Solutions come handy for quickly completing your homework and preparing for exams. All questions and answers from the NCERT Book of Class 11 Humanities Hindi Chapter 11 are provided here for you for free. You will also love the ad-free experience on Meritnation’s NCERT Solutions. All NCERT Solutions for class Class 11 Humanities Hindi are prepared by experts and are 100% accurate.
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Question 1:
'खेलन में को काको गुसैयाँ' पद में कृष्ण और सुदामा के बीच किस बात पर तकरार हुई?
Answer:
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Question 2:
खेल में रूठनेवाले साथी के साथ सब क्यों नहीं खेलना चाहते?
Answer:
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Question 3:
खेल में कृष्ण के रूठने पर उनके साथियों ने उन्हें डाँटते हुए क्या-क्या तर्क दिए?
Answer:
(क) तुम्हारी हार हुई है और तुम नाराज़ हो रहे हो। यह गलत है।
(ख) तुम्हारी और हमारी जाति सबकी समान है। खेल में सभी समान होते हैं।
(ग) तुम हमारे पालक नहीं हो। अतः तुम्हें हमें यह अकड़ नहीं दिखानी चाहिए।
(घ) तुम यदि खेलते समय बेईमानी करोगे, तो कोई तुम्हारे साथ नहीं खेलेगा।
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Question 4:
कृष्ण ने नंद बाबा की दुहाई देकर दाँव क्यों दिया?
Answer:
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Question 5:
इस पद से बाल-मनोविज्ञान पर क्या प्रकाश पड़ता है?
Answer:
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Question 6:
'गिरिधर नार नवावति? से सखी का क्या आशय है?
Answer:
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Question 7:
कृष्ण के अधरों की तुलना सेज से क्यों की गई है?
Answer:
(क) कृष्ण के अधर सेज के समान कोमल हैं।
(ख) जिस प्रकार सेज सोने के काम आती है, वैसे ही कृष्ण बाँसुरी को बजाने के लिए अपने अधर रूपी सेज में रखते हैं। ऐसा लगता है मानो बाँसुरी सो रही है।
इन दोनों से कारणों से अधरों की तुलना सेज से करना उचित जान पड़ा है।
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Question 8:
पठित पदों के आधार पर सूरदास के काव्य की विशेषताएँ बताइए।
Answer:
सूरदास के काव्यों की विशेषताएँ इस प्रकार हैं-
(क) वात्सल्य रस में सर्वश्रेष्ठ हैं। बाल-लीलाओं का सुंदर चित्रण है।
(ख) बाल मनोविज्ञान में बेज़ोड़ हैं। बालकों के स्वभाव का सजीव चित्रण है।
(ग) स्त्रियों की मनोदशा को बहुत अच्छी तरह से जानते हैं।
(घ) श्रृंगार रस का वर्णन अद्भुत है।
(ङ) पदों में उत्प्रेक्षा, उपमा तथा अनुप्रास अलंकार का सुंदर चित्रण है।
(च) ब्रजभाषा का साहित्य रूप बहुत सुंदर बन पड़ा है।
(छ) पदों में गेयता का गुण विद्यमान है।
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Question 9:
निम्नलिखित पद्यांशों की संदर्भ सहित व्याख्या कीजिए-
(क) जाति-पाँति ...................... तुम्हारै गैयाँ।
(ख) सुनि री ............... नवावति।
Answer:
व्याख्या- 'कृष्ण' गोपियों से हारने पर नाराज़ होकर बैठ जाते हैं। उनके मित्र उन्हें उदाहरण देकर समझाते हैं। वे कहते हैं कि तुम जाति-पाति में हमसे बड़े नहीं हो, तुम हमारा पालन-पोषण भी नहीं करते हो। अर्थात तुम हमारे समान ही हो। इसके अतिरिक्त यदि तुम्हारे पास हमसे अधिक गाएँ हैं और तुम इस अधिकार से हम पर अपनी चला रहे हो, तो यह उचित नहीं कहा जाएगा। अर्थात खेल में सभी समान होते हैं। जाति, धन आदि के कारण किसी को खेल में विशेष अधिकार नहीं मिलता है। खेलभावना को इन सब बातों से अलग रखकर खेलना चाहिए।
(ख) प्रसंग- प्रस्तुत पंक्ति सूरदास द्वारा लिखित ग्रंथ सूरसागर से ली गई हैं। इस पंक्ति में गोपियों की जलन का पता चलता है। वह कृष्ण द्वारा बजाई जाने वाली बाँसुरी से सौत की सी डाह रखती हैं।
व्याख्या- एक गोपी अन्य गोपी से कहती है कि हे सखी! सुन यह बाँसुरी कृष्ण को विभिन्न प्रकार से परेशान करती है। कृष्ण को एक पैर पर खड़ा करके अपना अधिकार व्यक्त करती है। कृष्ण तो बहुत ही कोमल हैं। वह उन्हें इस प्रकार अपनी आज्ञा का पालन करवाती है कि कृष्ण की कमर भी टेढ़ी हो जाती है। यह बाँसुरी ऐसे कृष्ण को अपना कृतज्ञ बना देती है, जो स्वयं चतुर हैं। इसने गोर्वधन पर्वत उठाने वाले कृष्ण तक को अपने सम्मुख झुक जाने पर विवश कर दिया है। भाव यह है कि गोपियाँ कृष्ण की बाँसुरी से जलती हैं। अतः बाँसुरी बजाते वक्त कृष्ण की प्रत्येक शारीरिक मुद्रा पर गोपियाँ कटाक्ष करती हैं। बाँसुरी बचाते समय कृष्ण एक पैर पर खड़े होते हैं। जब बाँसुरी बजाते हैं, तो थोड़े टेढ़े खड़े होते हैं, जिससे उनकी कमर भी टेढ़ी हो जाती है। उसे बजाते समय वे आगे की ओर थोड़े से झुक जाते हैं। ये सारी मुद्राओं को देखकर गोपियों को ऐसा लगता है कि कृष्ण हमारी कुछ नहीं सुनते हैं। जब बाँसुरी बजाने की बारी आती है, तो कृष्ण इसके कारण हमें भूल जाते हैं।
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Question 1:
खेल में हारकर भी हार न माननेवाले साथी के साथ आप क्या करेंगे? अपने अनुभव कक्षा में सुनाइए।
Answer:
खेल में हारकर भी हार न मानने वाले साथी को हम झूठा और चालाक कहेंगे।
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Question 2:
Answer:
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