वाक्य
वाक्य की परिभाषा
दो या दो से अधिक शब्दों के सार्थक समूह को, जिसका पूरा पूरा अर्थ निकलता है, उसे वाक्य कहते हैं।
उदाहरण -
(i)
(ii)
ऊपर लिखे गए वाक्यों में से पहले वाक्य में पहले आदमी के द्वारा पूछे गए प्रश्न का जवाब दूसरा आदमी दे रहा है परन्तु इससे अर्थ स्पष्ट नहीं हो रहा है कि दूसरा आदमी क्रिकेट देखने गया या क्रिकेट खेलने गया या कुछ और भी हो सकता है। दूसरे वाक्य में दूसरे आदमी के द्वारा दिए गए जवाब से वाक्य का सही-सही अर्थ स्पष्ट हो रहा है इसलिए इसे हम वाक्य कह सकते हैं।
दो या दो से अधिक शब्दों के सार्थक समूह को, जिसका पूरा पूरा अर्थ निकलता है, उसे वाक्य कहते हैं।
उदाहरण -
(i)
(ii)
ऊपर लिखे गए वाक्यों में से पहले वाक्य में पहले आदमी के द्वारा पूछे गए प्रश्न का जवाब दूसरा आदमी दे रहा है परन्तु इससे अर्थ स्पष्ट नहीं हो रहा है कि दूसरा आदमी क्रिकेट देखने गया या क्रिकेट खेलने गया या कुछ और भी हो सकता है। दूसरे वाक्य में दूसरे आदमी के द्वारा दिए गए जवाब से वाक्य का सही-सही अर्थ स्पष्ट हो रहा है इसलिए इसे हम वाक्य कह सकते हैं।
वाक्य निर्माण के लिए कर्ता तथा क्रिया का होना आवश्यक है। ये दोनों ही वाक्य के अंग हैं। इनके बिना वाक्य पूरा नहीं हो सकता है।
उदाहरण -
(i) निशा गाना गाती है।
(ii) सुधा गाना सुनती है।
इन दोनों ही वाक्यों में 'निशा' तथा 'सुधा' कर्ता है, 'गाती है', 'सुनाती है' क्रिया है और 'गाना' क्रिया विशेषण है।
इसके आधार पर हम कह सकते हैं कि वाक्य के दो अंग हैं :-
(क) उद्देश्य
(ख) विधेय
(क) उद्देश्य:- इसके अंतर्गत वाक्य का कर्ता तथा कर्ता के विशेषण आते हैं।
(ख) विधेय:…
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